देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का देहान्त हो गया। वह ८४ वर्ष के थे । इसके साथ भारतीय राजनीति में एक महान अध्याय का अंत हो गया।। आज सोमवार को उन्होंने दिल्ली के आर्मी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली।
प्रनवबाबु की सर्जरी हुई थी सिर पर । रात में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था । अस्पताल में भर्ती होने से पहले ही, प्रणब बाबू ने ट्वीट किया था कि उनका कोरोना सकारात्मक था।
प्रणब मुखर्जी २०१२ से २०१६ तक देश के राष्ट्रपति रहे । वह उस वर्ष के जुलाई में राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ना चाहते थे। बल्कि, उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रणब बाबू की स्थिति की जांच करने गए थे। वह २० मिनट तक अस्पताल में थे।
५० से अधिक वर्षों से राजनीति में सक्रिय प्रणब मुखर्जी को २०१९ में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। १९९६ में, उन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला। उन्होंने २००६ में पद्म भूषण प्राप्त किया।
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